राजन मिश्र . सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखी गोपनीय चिट्ठी का ब्यौरा 'डीएनए' में छपने के बाद बुधवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। सरकार को सफाई देनी पड़ी कि सेना की तैयारियों में कोई कमी नहीं है और देश पूरी तरह सुरक्षित है। रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने राज्यसभा में कहा कि "रक्षा के मुद्दों पर पब्लिक डिबेट नहीं कर सकते हैं। हमारी मंशा पर सवाल उठाने पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पीएम से बात कर उचित कार्रवाई होगी।"
आर्मी चीफ को करोड़ों की घूस की पेशकश मामले में सीबीआई ने जनरल वी के सिंह को चिट्ठी लिखकर उनसे तत्काल लिखित शिकायत देने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय से टाट्रा सौदे से जुड़ी सभी फाइलें तलब की हैं, जिसका जिक्र जनरल सिंह ने अपने इंटरव्यू में किया था। सीबीआई टाट्रा डील के सभी पक्षों की जांच कर सकती है।
इससे पहले दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा और प्रश्नकाल नहीं चल सका। राज्यसभा में जेडी(यू) नेता शिवानंद तिवारी ने सेनाध्यक्ष को बर्खास्त किए जाने की मांग की, वहीं बीजेपी ने इस पर सरकार से जवाब मांगा है। जनरल की चिट्ठी पर हंगामे से पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए पीएम मनमोहन सिंह ने संसद स्थित अपने कार्यालय में ए के एंटनी और पी. चिदंबरम सहित कुछ आला कबीना मंत्रियों के साथ बैठक की।
तिवारी ने जनरल की पीएम को लिखी चिट्ठी मीडिया में लीक होने पर चिंता जताते हुए कहा कि यह गोपनीय चिट्ठी लीक नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन हंगामा जारी रहते देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। राज्यसभा में सदस्यों ने उस शख्स के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की जिसने जनरल की चिट्ठी लीक की।
एंटनी ने क्या कहा?
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो एंटनी ने जनरल की चिट्ठी पर सफाई देते हुए कहा कि देश की सैन्य तैयारियां मजबूत हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है और इससे किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार खरीद प्रक्रिया की समीक्षा करती रही है।’
लोकसभा में बीजेपी नेता जसवंत सिंह ने इस मसले पर संसद में चर्चा के लिए नोटिस दिया। प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की गई। हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी।
सपा, जेडी(यू) ने जनरल पर साधा निशाना
शिवानंद तिवारी ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कहा, ‘यह घोर अनुशासनहीनता का मामला है। आर्मी चीफ ने पहले एक अखबार को इंटरव्यू दिया फिर पीएम को सेना की बदहाली के बारे में लिखी उनकी चिट्ठी लीक हो गई।' इससे पहले सपा नेता रामगोपाल यादव ने भी आर्मी चीफ पर निशाना साधा था। राजद मुखिया लालू प्रसाद ने टिप्पणी की है, 'ऐसा लगता है कि आर्मी चीफ चुनाव लड़ना चाहते हैं।'
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर जद (यू) नेता तिवारी का रुख थोड़ा नरम दिखा। लेकिन उन्होंने कहा कि मीडिया में फौज पर विवाद ठीक नहीं है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने गोपनीय चिट्ठियां लीक होने को गंभीर मसला बताया है। उन्होंने कहा कि गोपनीय दस्तावेजों के खुलासे की जांच होनी चाहिए। बीजू जनता दल ने भी जनरल सिंह को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।
चिट्ठी में सेना प्रमुख ने भारतीय सेना की खस्ताहाली का पूरा ब्यौरा दिया है। उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, उनसे विशेषज्ञ भी सहमत हैं और देश की सुरक्षा के लिए गंभीर बता रहे हैं। रक्षा राज्यमंत्री ने भी माना है कि सेना की तैयारियों में कमी है और इस पर सरकार गंभीर है।
हताश हैं जनरल: व्यालार रवि
जनरल की चिट्ठी लीक हो जाने से बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा तो कांग्रेस मुश्किल में दिखाई दी। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि सेना में खरीद को लेकर मीडिया में आ रही खबरें चिंताजनक हैं। सरकार को सेना की जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए। बीजेपी ने कहा है कि यह सरकार चलाने का कोई तरीका नहीं है। सरकार देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों का मनोबल कम कर रही है। बीजेपी प्रवक्ता बलबीर पुंज ने कहा है कि सेना की खस्ताहालत को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री व्यालार रवि ने कहा कि ऐसा लगता है कि जनरल सिंह हताश व्यक्ति हैं।
आर्मी चीफ को करोड़ों की घूस की पेशकश मामले में सीबीआई ने जनरल वी के सिंह को चिट्ठी लिखकर उनसे तत्काल लिखित शिकायत देने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय से टाट्रा सौदे से जुड़ी सभी फाइलें तलब की हैं, जिसका जिक्र जनरल सिंह ने अपने इंटरव्यू में किया था। सीबीआई टाट्रा डील के सभी पक्षों की जांच कर सकती है।
इससे पहले दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा और प्रश्नकाल नहीं चल सका। राज्यसभा में जेडी(यू) नेता शिवानंद तिवारी ने सेनाध्यक्ष को बर्खास्त किए जाने की मांग की, वहीं बीजेपी ने इस पर सरकार से जवाब मांगा है। जनरल की चिट्ठी पर हंगामे से पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए पीएम मनमोहन सिंह ने संसद स्थित अपने कार्यालय में ए के एंटनी और पी. चिदंबरम सहित कुछ आला कबीना मंत्रियों के साथ बैठक की।
तिवारी ने जनरल की पीएम को लिखी चिट्ठी मीडिया में लीक होने पर चिंता जताते हुए कहा कि यह गोपनीय चिट्ठी लीक नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन हंगामा जारी रहते देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। राज्यसभा में सदस्यों ने उस शख्स के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की जिसने जनरल की चिट्ठी लीक की।
एंटनी ने क्या कहा?
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो एंटनी ने जनरल की चिट्ठी पर सफाई देते हुए कहा कि देश की सैन्य तैयारियां मजबूत हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है और इससे किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार खरीद प्रक्रिया की समीक्षा करती रही है।’
लोकसभा में बीजेपी नेता जसवंत सिंह ने इस मसले पर संसद में चर्चा के लिए नोटिस दिया। प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की गई। हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी।
सपा, जेडी(यू) ने जनरल पर साधा निशाना
शिवानंद तिवारी ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कहा, ‘यह घोर अनुशासनहीनता का मामला है। आर्मी चीफ ने पहले एक अखबार को इंटरव्यू दिया फिर पीएम को सेना की बदहाली के बारे में लिखी उनकी चिट्ठी लीक हो गई।' इससे पहले सपा नेता रामगोपाल यादव ने भी आर्मी चीफ पर निशाना साधा था। राजद मुखिया लालू प्रसाद ने टिप्पणी की है, 'ऐसा लगता है कि आर्मी चीफ चुनाव लड़ना चाहते हैं।'
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर जद (यू) नेता तिवारी का रुख थोड़ा नरम दिखा। लेकिन उन्होंने कहा कि मीडिया में फौज पर विवाद ठीक नहीं है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने गोपनीय चिट्ठियां लीक होने को गंभीर मसला बताया है। उन्होंने कहा कि गोपनीय दस्तावेजों के खुलासे की जांच होनी चाहिए। बीजू जनता दल ने भी जनरल सिंह को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।
चिट्ठी में सेना प्रमुख ने भारतीय सेना की खस्ताहाली का पूरा ब्यौरा दिया है। उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, उनसे विशेषज्ञ भी सहमत हैं और देश की सुरक्षा के लिए गंभीर बता रहे हैं। रक्षा राज्यमंत्री ने भी माना है कि सेना की तैयारियों में कमी है और इस पर सरकार गंभीर है।
हताश हैं जनरल: व्यालार रवि
जनरल की चिट्ठी लीक हो जाने से बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा तो कांग्रेस मुश्किल में दिखाई दी। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि सेना में खरीद को लेकर मीडिया में आ रही खबरें चिंताजनक हैं। सरकार को सेना की जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए। बीजेपी ने कहा है कि यह सरकार चलाने का कोई तरीका नहीं है। सरकार देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों का मनोबल कम कर रही है। बीजेपी प्रवक्ता बलबीर पुंज ने कहा है कि सेना की खस्ताहालत को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री व्यालार रवि ने कहा कि ऐसा लगता है कि जनरल सिंह हताश व्यक्ति हैं।
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